Story
छग प्रदेश कंवर समाज रायपुर 4344
प्रति
सर्व अध्यक्ष/सचिव
१.ज़िला/महासभा इकाई
२. तहसील(विकासखंड)
चक- पाली-सर्कल इकाई
३. ग्राम इकाई
छत्तीसगढ़
विषय:-*विवाह, छठी,जन्मोत्सव और भोज कार्यक्रम के आयोजन पर प्रतिबंध और रोक लगाने बाबत।**
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छत्तीसगढ़ प्रदेश कंवर समाज के अध्यक्ष हरवंश मिरी और महासचिव नकुल चंद्रवंशी ने प्रदेश के सभी ज़िला अर्थात महासभा इकाई और उसके अधीन तहसील इकाई ( विकासखंड इकाई /चक - सर्कल- परिक्षेत्र इकाई) और ग्राम इकाई के पदाधिकारीयों से कोरोना संक्रमण को देखते हुए अपील और निवेदन कर विवाह , छठी और जन्मोत्सव कार्यक्रम सहित भोज कार्यक्रम पर तत्काल रोक लगाने कहा गया है:-
१. वर्तमान में विश्वव्यापी कोरोना महामारी के दूसरे लहर से देश - विदेश और पूरा प्रदेश चपेट में है और इस चपेट में प्रदेश के कंवर आदिवासी भी बहुत ज़्यादा प्रभावित हुआ है और कोरोना से कई लोग अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया है , समाज के पुरोधा लोग असमय काल के गाल में समा गए है , असमय मृत्यु के कारण परिवार और समाज को अपूरणीय क्षति हुई है और आने वाले समय में और भयावह होने की संभावना दिख रहा है।
शासन स्तर से कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए ज़ोर शोर से हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है जिसके लिए शासन द्वारा समय -समय पर दिशा-निर्देश (गाईड लाईन) जारी कर पालन कराई जा रही है और लाँकडाउन कर इसके चैन को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है फिर भी आज की स्थिति में नियंत्रण से बाहर है , प्रदेश के कंवर समाज को भी उक्त निर्देशों का पालन आगे बढ़ कर करना है और इसके लिए सर्वप्रथम समाज में कोई भी वैवाहिक कार्यक्रम , छठी या जन्मोत्सव का कार्यक्रम चाहे क्यूँ न शासन से अनुमति प्राप्त हो तत्काल प्रभाव से अपने अपने स्तर पर रोक लगाई जाय और भोज जिसमें वैवाहिक कार्यक्रम के साथ मृत्यु भोज भी शामिल है उसे रोक दिया जावे।
२.समाज में कोरोना संक्रमण के कारण बहुत से परिवारों में खाने पीने और दवाई इत्यादि के लिए आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है । ऐसे परिवारों की देख रेख की ज़िम्मेदारी सभी समाज प्रमुखों की है क्यूँकि समाज प्रमुखों को दुःख और मुश्किल के इस घड़ी में उनके सम्मुख खड़े होकर खुद को सुरक्षित रखते हुए चिंहांकित परिवार को सहायता करना होगा। ज़िला /महासभा इकाई में आर्थिक कोष होगा और इस समय आपस में पदाधिकारी “वर्चुअल चर्चा “ कर ज़रूरत मंद परिवार को उक्त कोष का उपयोग कर सूखा राशन , दवाई या अन्य तरह से मदद करें।
अध्यक्ष और महासचिव ने उक्त संबंध में सभी ज़िला/महासभा और अन्य इकाई ke अध्यक्ष और सचिव से तत्काल ही पालन कर कार्यवाही चाही गई है ताकि आगे समाज सुरक्षित रहे और समाज देश प्रदेश के नव निर्माण में सहायक बने।।
*एक समाज - एक संविधान,**