रोजगार उन्मुखी व्यवसायिक शिक्षा का विकास, मूल सांस्कृतिक विचारधारा के आधार पर समाज को आगे बढ़ने का दिया संदेश

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रोजगार उन्मुखी व्यवसायिक शिक्षा का विकास, मूल सांस्कृतिक विचारधारा के आधार पर समाज को आगे बढ़ने का दिया संदेश


Venue: Google Meet, Date: 26-07-2020
Story
ज़िला अंबिकापुर ,रायगढ़ ,सूरजपुर और ज़िला बलरामपुर और उड़ीसा और महाराष्ट्र प्रांत में निवासरत कंवर समाज के सामाजिक पदाधिकारीयों और छग प्रदेश कंवर समाज के पदाधिरियों के बीच Google meet एप्प के माध्यम से सामाजिक विषयों पर चर्चा””
कोरोना संक्रमण को देखते हुए कंवर आदिवासी समाज के छत्तीसगढ़ प्रदेश समिति के अध्यक्ष हरवंश मिरी और महासचिव नकुल चंद्रवंशी के मार्गदर्शन में सामाजिक गतिविधियों को पूर्व की भाँति सक्रिय करने लिए आधुनिकता और तकनीकी संसाधनों का उपयोग कर Google meet एप्प के माध्यम से छग के ज़िला अम्बिकापुर ,रायगढ़ ,बलरामपुर, सूरजपुर और जशपुर से लगे राज्य झारखंड के ज़िला सिमड़ेगा क्षेत्र में निवासरत समाज के सामाजिक प्रतिनिधियों जिसमें ज़िला इकाई और तहसील/विकासखंड के साथ अंचल पदाधिकारीयों के साथ प्रदेश समिति के पदाधिकारियों के मध्य परिचयात्मक चर्चा और बेहतर समाज के निर्माण के लिए ऐसे रूढ़ि जो समाज और जन के विकास में सहायक न होकर बाधा उत्पन्न करती है उन कुरीतियाँ को त्यागने, समाज में शिक्षा के विकास पर ज़ोर देते हुए सरगुज़ा संभाग के सामाजिक जिलो को पायलट प्रोजेक्ट के तहत लेकर व्यक्तिगत और सामाजिक रूप से बच्चों में सैनिक स्कूल ,गुरुकुल , जवाहर नवोदय जैसे शिक्षण संस्थानों में प्रवेश हेतु प्रशिक्षण और पुस्तकों इत्यादि व्यवस्था पर, प्रदेश स्तर पर कंवर समाज का कर्मचारी/अधिकारी संगठन के गठन , प्रदेश स्तर पर महिला और युवा प्रभाग के गठन , सभी क्षेत्रों में निवासरत समाज के मध्य आपसी वैवाहिक लेनदेन पर ज़ोर देने , समाज के ऐसे लोग जिंहोने कई वर्षों पूर्व अन्य जाति समुदाय से अंतरजातिय विवाह कर समाज से दूर है उनके संतान जो बालिग़ हो चुके है उनके सामाजिक अंगीकार के संबंध में उचित विचार विमर्श, विधवा विवाह पर बल और उनका मांगलिक कार्यों पर बराबर की भागीदारी, सामाजिक कार्यक्रमों में भोजन पंगत/मांदी के रूप में करने पर ज़ोर, विभिन्न क्षेत्रों में शासकीय /अर्ध शासकीय सेवाओं में सेवारत लोगों का समाज के लोंगो के प्रति सहयोगात्मक सोच को विकसित करना, अंबिकापुर तथा अन्य ज़िलों में वर्तमान में यदि ज़िला इकाई का गठन नही हुआ है तो कार्यवाहक पदाधिकारी का मनोनयन जैसे सामाजिक मुद्दों पर सभी से राय , विचार जानने का प्रयास इस माध्यम से किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत अध्यक्ष हरवंश मिरी द्वारा इन विषयों को रख कर सभी पदाधिकारीगणोंसे बारी बारी से उन्हें विचार साझा करने हेतु आमंत्रितकिया गया एवं बीच बीच में कौतूहल वश उठाए गए सवालों का समाधान करने का प्रयास किया गया।
प्रदेश समिति से उपाध्यक्ष श्री उपेन्द्र सिंह ने इस तरह की सामाजिक कार्यक्रम आयोजित होने पर सभी को बधाई देते हुए कंवर समाज ke उपजातियों से वैवाहिक संबधों पर ज़ोर दिया गया। प्रदेश महासचिव नकुल चंद्रवंशी ने भी कहा कि हम आप के सहयोग से प्रदेश समिति से सम्पूर्ण ज़िला इकाई संबद्धता हासिल कर लेते हैं तो एक समाज, एक संविधान और नियमावली की अवधारणा पूरा होगी । कंवर समाज विकास समिति ज़िला बलरामपुर -रामानुजगंज के अध्यक्ष प्रो अशोक पैकरा द्वारा शिक्षा जगत से जुड़े होने के कारण समस्त समस्या चाहे वह व्यक्तिगत हो सामाजिक हो सभी का निराकरण शिक्षा से होना है इसलिए व्यक्तिगत और सामाजिक प्रयास से समाज के सबसे निचले छोर पर खड़े सामाजिक लोग के बच्चों में शिक्षा के विकास पर ज़ोर देने कीबात की गई और समाज के सभी पढ़े लिखे को शासकीय नौकरी मिलना मुश्किल है इसलिए रोज़गार उन्मुखी व्यवसायिक शिक्षा तरफ़ भी ध्यान देने की ज़रूरत बताया गया और ज़िले में सामाजिक भवन का निर्माण हो रहा है से अवगत कराते हुए समाज ke सुपुर्दगी मेंसौंपते समय समस्त लोगों को नेवता देने की बात कही गई।
ज़िला सूरजपुर ke कँवर समाज विकास समिति के अध्यक्ष एच आर कंवर और कोषाध्यक्ष महेश पैकरा ने ज़िला में अंतरजातिय वैवाहिक और छूटा-छूटी के बहुत से प्रकरण हो जाने से निराकरण me समस्या से अवगत कराते हुए प्रदेश में सभी ज़िला /महासभा मिलकर जो भी समाजहित में हो निराकरण की दिशा में कार्य करने पर बल दिया गया। सामाजिक कार्यक्रमों oe अलावा अन्य कार्यक्रमों में व्यसनों से दूर रहने की अपील कर सामाजिक भोज पंगत पर ज़ोर डाला गया। महेश पैकरा द्वारा प्रदेश समिति के द्वारा प्रकाशित सामाजिक संविधान और नियमावली की उपलब्धतता के साथ उसके अनुरूप कार्यवाही हो ऐसा विचार रखा गया।
श्रीमती कौशिल्या विष्णुदेव साय जो कि पमशाला केंद्रीय कंवर समाज की महिला प्रभाग की अध्यक्ष है द्वारा विचार व्यक्त करते हुए प्रदेश साथअन्य राज्य के कँवर जनों के मध्य कोरोना संक्रमण काल मे नई तकनीक के माध्यम संवाद स्थापित होने पर सभी को बधाई देते हुए जशपुर क्षेत्र के रीति रिवाजों की जानकारी देते हुए अखिल भारतीय स्तर पर संगठित होने पर जोर देकर सामाजिक रीति रिवाज जैसे विभिन्न कार्यक्रम सरना पर्व , रोपाई पर्व पर बैगाई पूजा पर बल दिया गया और जशपुर क्षेत्र में विधवा महिलाओं को समाज मे प्रत्येक मांगलिक कार्य मे शुभ माना जाता है कि जानकारी देते हुए विधवा विवाह "सगाई " के नाम से होने की जानकारी से अवगत कराया गया।
झारखंड प्रदेश के जिला सिमड़ेगा केशकपुर क्षेत्र के सामाजिक सचिव खादी साय द्वारा वक्तव्य के माध्यम से बताए कि वहाँ पर करीबन 30-40 ग्रामों में कंवर निवास करते हैं जिन्हें वर्ष 2003 में अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल किया गया है और यह सब रायगढ़ -जशपुर क्षेत्र के कंवर समाज के सामाजिक और राजनीतिक व्यक्तियों के सहयोग से हुआ है बताया गया और कभी क्षेत्र में आकर समाज के लोगों से रूबरू होकर जानने और समझने की दिशा में प्रयास करने की अपील किया गया।
अम्बिकापुर संभागीय अध्यक्ष संजय कुमार सिंह द्वारा विविधता में कैसे सामाजिक विकास करें ,समस्त कंवर कैसे एकजुट हो और क्षमता विकास को बढ़ाने की बात कही गई और विचार के माध्यम से समस्त सामाजिक अधिकारी और कर्मचारियों से अपील किया गया कि जब भी कोई सामाजिक व्यक्ति आपके समक्ष आये तो उनके समस्या को अपना समझ कर निराकरण करें । संजय सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि जिला अम्बिकापुर कंवर समाज विकास समिति के अध्यक्ष कमलनाथ साय के कार्यकाल के बाद अभी तक स्थाई पदाधिकारियों की नियुक्ति नही हो पाई है और कमलनाथ साय के बाद तीन कार्यवाहक अध्यक्ष प्रताप सिंह ठाकुर, महावीर सिंह पैंकरा और श्री पैंकरा जी रहे और वर्तमान में सभी पद रिक्त है जिस पर कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर विकासखंड के अध्यक्ष/सचिव और अन्य सामाजिक जनों की मीटिंग बुलाकर शासन के निर्देशों का पालन करते वर्तमान में कार्यवाहक पदाधिकारी मनोनयन अतिशीघ्र कराने की बात कही गई जिस पर प्रदेश समिति से भी निर्णय लिया गया है कि इस दिशा में प्रदेश समिति से आसपास के जिले के पदाधिकारियों की उपस्थिति में जल्द ही इस पर निर्णय ले लिया जावे ताकि सामाजिक संगठन का संचालन सुचारू रूप से चले।
प्रदेश समिति के कार्यकारिणी सदस्य और सातगढ़ महासभा के उपाध्यक्ष शिवनारायण सिंह कंवर द्वारा वक्तव्य दिया गया कि अभी तो हमें पैंकरा कंवर समाज को जी राज्य के विभिन्न जिलों में निवासरत है सभी को सम्बद्ध करके एकजुट करने की दिशा में काम करना चाहिए और जब हम एक हो जाये हमारी एक समाज -एक संविधान की अवधारणा पूरा हो उसके बाद ही अन्य उपजातियों के बारे में सोचना होगा ,कहा गया और इसका कारण उनके द्वारा प्रदेश के सभी क्षेत्रों में घूम घूम कर की गई अध्ययन और लोंगों के विचार के आधार को माना ।
समाजशास्त्री और राजनांदगांव जिला के संरक्षक और महाराष्ट राज्य के अध्यक्ष प्रो मेघराज कपूर द्वारा कंवर समाज के उदभव से लेकर सामाजिक रीतिरिवाज को बारीकी से अध्ययन के आधार पर समझाया गया और मूल सांस्कृतिक विचारधारा के आधार पर समाज को आगे बढ़ने पर जोर दिया गया और सामाजिक मांगलिक कार्य समाज के बड़े बुजुर्ग के माध्यम से सम्पन्न हो ,व्यवसाय की दिशा में आगे कैसे बढ़े पर विचार करना होगा, बहुत सी सामाजिक दण्ड जो रूढ़ि परम्परा विकास में बाधा होती है खत्म हो ,अन्तरजिला विवाह में कोई रोक न हो और कंवर को ही मूल जाति मान कर कंवर समाज को विकसित समाज के रूप में खड़े करने के साथ महाराष्ट्र राज्य में 2016 से लागू अंतरजातीय विवाह पर सामाजिक बहिष्कार प्रतिबंधात्मक कानून के बारे बताते हुए उक्त कानून में दिए गए सजा और कार्यवाही की जानकारी देते हुये कंवर समाज मे सामाजिक बहिष्कार को खतम करना चाहिए और इसके लिए सामाजिक नियमों में सकारात्मक विचार कर बदलाव किया जाना होगा ..अपने विचार के माध्यम से बताया गया।
सूरजपुर जिला से डॉक्टर राजेन्द्र पैंकरा ने भी कहा कि समाज को अर्थात समाज के पदाधिकारियों को मुख्यधारा से दूर निवासरत कंवर समाज के बारे में सोचकर सामाजिक ,आर्थिक और नैतिक विकास करना चाहिए और नव पीढ़ी को बाद में अहसास न हो कि समाज के प्रभुत्व जनों ने उनके लिए कुछ नही कर पाए जिसके कारण उनका ,उनके परिवार का सम्पूर्ण विकास नही हो पाया।
प्रदेश समिति के सहसचिव अधिवक्ता कुंजबिहारी द्वारा समाज के सभी लोगों को समाज के प्रत्येक गतिविधियों को कागज के पन्नों में उतार कर अभिलेख के रूप में तैयार कर प्रदेश के कोने कोने में लिखित रुप से जानकारी पहुंचाए जाने के तरफ ध्यान आकृष्ट कराया गया और सामाजिक पत्रिका जिसमे नवयुवक -युवतियों की भी जानकारी हो प्रकाशन पर बात करते हुए उन तक जानकारी भेजने के लिए सभी से अपील किया गया और सभी को एक समाज -एक संविधान की अवधारणा को पूरा करने के तरफ काम किया जाना चाहिए कहते हुए कार्यक्रम की सफलता पर बधाई दिया।
प्रदेश समिति के कोषाध्यक्ष बसन्त दीवान द्वारा शामिल सभी पदाधिकारी और सामाजिक जनों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए युवाओं को इस दिशा में आगे आना चाहिए और शिक्षा को प्रमुख हथियार के रुप मे इस्तेमाल करने की सलाह देते हुए सभी इकाइयों के सामाजिक कोष में यथायोग्य आर्थिक सहयोग करने की अपील किया गया।
कंवर समाज की उपाध्यक्ष सविता साय द्वारा कहा गया कि इस तरह से सामाजिक चर्चा होते रहने से सजग समाज का निर्माण होता है और हमें आने वाले समय मे चर्चा की टॉपिक पर क्रमवार चर्चा करने पर जोर दिया जायेगा और सभी को कार्य क्रम में सहभागी बनने पर प्रदेश समिति की तरफ से धन्यवाद दिया गया।
इसके अतिरिक्त महानगर इकाई रायपुर के कार्यवाहक अध्यक्ष मनोहर पैंकरा ,सचिव मनहरण चंद्रवंशी , कार्यालयीन सचिव छत्रपाल सोनवानी ,सक्रिय सदस्य ललित दीवान ,युवा साथीगढ़ हुकुम पैंकरा , हितेश कंवर ,मोरध्वज सोनवानी उनकी टीम और लगभग 82-85 सामाजिक जन उपस्थित रहे।
प्रदेश कंवर समाज के साथ जिला कंवर समाज जिला अम्बिकापुर , जिला सूरजपुर, जिला रायगढ़ ,जिला बलरामपुर और झारखंड के सिमड़ेगा केशकपुर क्षेत्र और युवा साथी गण , सामाजिक प्रबुद्धजनों और प्रदेश समिति के समस्त पदाधिकारियों के प्रति आज के वर्चुअल कार्यक्रम में 04 घंटे उपस्थित रहकर सामाजिक चर्चा में भाग लेंने के लिए अध्यक्ष द्वारा सभी के प्रति आभार व्यक्त कर धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम की समापन की घोषणा **जय छत्तीसगढ़-जय कंवर **का जयकारा कर समाप्त किया गया।
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