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कोरोना महामारी के संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के कारण सामाजिक बैठक दिनांक 19.07.2020 दिन रविवार को समय दोपहर 12 बजे से छ ग प्रदेश कंवर समाज के पदाधिकारियों , सरंक्षक गण और सामाजिक बुद्धिजीवीयों के साथ जिला महासमुंद के खल्लारी कँवर महासभा ,जिला गरियाबंद के राजिम कंवर महासभा और जिला भाटापारा-बलौदाबाजार के लवन राज कंवर पैंकरा महासभा के और उसके।अधीनस्थ सर्कल/परिक्षेत्र के पदाधिकारियों के मध्य संवैधानिक अधिकारों जैसे आरक्षण के मुद्दे ,पेशा कानून पर समाज की विचार कैसा हो? आदिवासी दिवस कोरोना काल मे कैसे मनाया जाय ,रायपुर - दुर्ग भिलाई जैसे महानगर को क्या महासभा के दर्जा दिया जाय या समीपस्थ महासभा से सम्बद्ध किया जाय, प्रदेश के सभी जिलों को प्रदेश से संबद्धता प्राप्त किया जाय, समाज मे शिक्षा के विकास पर जोर एवं वर्ष 19-20 में उत्कृष्ट अंकों से उत्तीर्ण सामाजिक बच्चों का सम्मान हो और पुरानी रूढ़ि परंपरा यदि समाज के विकास में बाधक हो तो उसे त्याग करना चहिये तथा प्रमुख विषय 15से 20 वर्षों पूर्व समाज के लड़के -लड़कियों द्वारा गलत कदम उठा कर अन्य जाति समाज से वैवाहिक रिश्ता कर चुके हैं उसमें से लड़के के वारिसों को समाज मे स्थान अर्थात वापसी कैसे हो उनके साथ सामाजिक बहिष्कार जैसी घटना न हो विषयों पर सामाजिक परिचर्चा ऑनलाइन बैठक(वर्चुअल मीटिंग ) आयोजित किया गया । उक्त सामाजिक मिटिंग में कंवर समाज रायपुर से प्रांताध्यक्ष हरवंश सिंह मिरी ,प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सविता साय ,थानसिंह दीवान प्रदेश उपाध्यक्ष एवं खल्लारी महासभा अध्यक्ष , भारत सिंह दीवान प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य और अध्यक्ष राजिम कंवर महासभा , प्रदेश महासचिव नकुल चंद्रवंशी , महानगर रायपुर इकाई के महासचिव मनहरण चंद्रवंशी , पमशाला कंवर महासभा के महिला प्रभाग की अध्यक्षा श्रीमती कौशिल्या विष्णुदेव साय ,प्रदेश सहसचिव अधिवक्ता कुंजबिहारी सिंह , लवन राज महासभा के महासभा के संयोजक एस एस पैंकरा ,सचिव शिवकुमार कंवर ,केंद्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पैंकरा , रायपुर से ललित दीवान , गरियाबंद से युवा प्रभाग के अध्यक्ष थानेश्वर कंवर , खल्लारी महासभा के युवा अध्यक्ष कीर्तन दीवान सामाजिक जिला महासभा लवनराज बलौदाबाजार, खल्लारी राज महासमुंद,गरियाबंद ने भाग लिया । बैठक में समाज के प्रतिनिधियों ने शिक्षा, संवैधानिक अधिकार, सामाजिक संगठन, आरक्षण, आदिवासी संस्कृति परंपरा पर अपना व्यक्तिगत रूप से विचार रखा । कुंजबिहारी जी द्वारा सामाजिक पत्रिका का संकलन हो गया है जिसमें कंवर समाज की उत्पत्ति एवं विकास का संकलन शेष है अतः इस विषय में जानकारी देने के लिए समाज से निवेदन किया गया है । गरियाबंद महासभा के प्रतिनिधि सम्मानीय श्री भरत दीवान जी के द्वारा सभी सामाजिक जिलों, महासभा के पदाधिकारियों को प्रदेश स्तर पर एक मंच में आमंत्रित कर एक समाज एक संविधान पर चर्चा करने के लिए विचार दिया गया है और अंतरजातीय विवाह के सम्बंध में सभी की राय और विचार प्राप्त कर बेहतर समाज के लिए बेहतर निर्णय लेने पर और उस निर्णय को सभी को मानने पर जोर दिया साथ ही कुरीतियों को दूर कर समाज हित मे काम हो ऐसा विचार रखा गया ।खल्लारी राज से महासभा अध्यक्ष एवं प्रदेश उपाध्यक्ष सम्मानीय श्री थानसिंह दीवान जी ने शिक्षा पर बल देते हुए सामाजिक सुरक्षा के साथ सामाजिक नियमों में बदलाव सभी की सहमति से हो विचार व्यक्त कर अकेले अध्यक्ष के नाते किसी अंतिम निर्णय पर नही पहुंचा जा सकता है और इस विषय को महासभा में सदन में रखकर चर्चा उपरांत रखने की बात कही गई तथा सामाजिक संगठन पर जोर दिया । कौशिल्या विष्णु देव साय द्वारा पुरानी परंपरा के साथ साथ नई परम्परा को भी मानने पर ध्यान आकृष्ट करते हुए पुराने समय मे सगाई के रस्म के समय सामाजिक लोंगो की उपस्थिति और बिना अंगूठी के सगाई और वर्तमान में रिंग सेरेमोनी कार्यक्रम को उदाहरण दिया गया इसी तरह किसी भी सामाजिक बदलाव और स्वीकार से समाज का हित होता है तो स्वीकार करने पर जोर दी गई।लवनराज से अध्यक्ष का किसी कारणवश उपस्थित नही हो पाने पर जिला संयोजक सुंदर सिंह पैंकरा द्वारा सामाजिक एकता और एकजुटता कैसे हो ,समाज मे शिक्षा का विकास कैसे हो छत्तीसगढ़ के कंवर सब कैसे एक साथ हो इन बातों पर जोर देते हुए जरूरी सामाजिक बदलाव जो समाज की संस्कृति को नुकसान न पहुचाये ऐसे पर बल देते हुए अपनी बात रखे और कहा गया कि अंतिम वक्तव्य और निर्णय लवन राज का अध्यक्ष ही द्वारा लिये जाने की जानकारी दी गई , शिवकुमार कंवर द्वारा भी सामाजिक संगठन पर जोर देकर हमारी अपनी संस्कृति के।बचाव और धर्म आदिवासी को अपनाने पर जोर दिया गया। लवन राज से युवा साथी पदमभूषण द्वारा बहुत ही सारगर्भित आदिवासी समाज की अपनी परंपरा और सामाजिक सुरक्षा की तरफ ध्यान दिलाते हुए समाज के तरफ़ से आरक्षण जैसे विषयों पर अन्य आदिवासी समाज के साथ कंवर समाज को भी खड़े होने की आवश्यकता बताया और अपने इष्टदेव जैसे दूल्हादेव ,खाडा देव ,ठाकुरदेव की पूजा अर्चना अपने सामाजिक तरीके से करने की तरफ समाज को आगे आना चाहिये कहा गया।
प्रदेश महासचिव नकुल चंद्रवंशी ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कोरोना को ध्यान में रखते हुए इस तरह के आयोजन से सामाजिक संगठन मजबूत करने की दिशा में और अंतरजातीय विवाह से सामाजिक बहिष्कार जैसे विषयों पर सार्थक चर्चा हो ,शिक्षा के विकास पर समाज के हर व्यक्ति सोचे कहते हुए अपनी बात रखे।
महानगर इकाई के सचिव और मुखर वक्ता मनहरण चंद्रवंशी ने कहा कि यहाँ पर यदि महासभा के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी उपस्थित हैं और उस जिले या महासभा का प्रतिनिधित्व करते है तो उन्हें इन सभी विषयों पर ठोस विचार रखना चाहिए न कि कहे कि बाद में सब एक साथ बैठ कर विचार करना होगा और कहा कि प्रमुख समस्या आने वाले पीढ़ी के लिए आरक्षण को बचा कर रखना और किसी भी आंदोलन या किसी भी न्यायालय में समाज के तरफ से प्रस्तुतिकरण और आने अधिकारी की लड़ाई लड़ने पर बात रखी गई। अधिवक्ता कुंजबिहारी सिंह द्वारा द्वारा इन विषयों पर चर्चा करते हुए कहा कि हमें संविधान का सम्मान करना है और छोटे बड़े को त्याग कर एक साथ मिलकर समाज को आगे ले जाना है और आवश्यकता है की वर्तमान समय मे पूरे समाज को मिलकर जिनके कदम गलत दिशा में चले गए थे और आज भी सामाजिक रीतियों को मान रहे हैं उन्हें समाज मे स्थान मिले और खासकर सामाजिक वैवाहिक पत्रिका और सामाजिक गतिविधियों पर पत्रिका निकाले जाने पर जोर दिया गया।
समाज की उपाध्यक्ष श्रीमती सविता साय ने वर्चुअल मीटिंग की सराहना करते हुए उपस्थित सभी पदाधिकारियों को समाज के उत्थान की दिशा में ,शिक्षा के विकास की दिशा में कार्य करते रहने पर बल देते हुए सामाजिक परंपरा को मानते हुए विकास की बात कही गई और कहा कि सामाजिक जो मुद्दे आये हैं जैसे अंतरजातीय विवाह जैसे विषयों पर महासभा के अध्यक्ष और पदाधिकारी के साथ सभी वर्गों को विश्वास में लेकर कार्य करते हुए सामाजिक सदभाव को बनाया जाना चाहिए ।राममूर्ति दिवान नायब तहसीलदार निवासी ग्राम बम्हनी बलौदाबाजार ने भी अपनी बात रखते हुए कहा की हम सभी को शासकीय सेवा में रहते हुए पदीय दायित्व का निर्वहन कर सामाजिक कार्य मे सहभागी होना जरूरी है। लवन कसडोल क्षेत्र के डॉ चैन सिंह पैंकरा ने कहा कि कंवर अपनी मूल आदिवासी संस्कृति खो रही है जिसे उन्हें वापस प्राप्त करना है और अंतरजातीय विषय पर स्वीकार करने का निर्णय करना जल्दबाजी होगी और समाज हित मे नही होना कहा ।
लवन राज से मोहन पैंकरा ने भी बात रखे और सभी से कहा कि कंवर अपनी संस्कृति न खोए और अपनी संस्कृति के अनुरूप कार्य करे ,अपने अधिकारों की लड़ाई के।लिए आगे आये और अधिकारी/कर्मचारी संगठन बनाने पर अपनी बात रखी गई । इस वर्चुअल बैठक में लवन राज से केन्द्रीय कार्यकारिणीअध्यक्ष सम्मानीय श्री राजेश्वर सिंह पैकरा , खरहा परिक्षेत्र से जिला संयोजक सुन्दर सिंह पैकरा , खैरा परिक्षेत्र से जिला महासचिव श्री शिव कुमार कंवर बैंक प्रबंधक , बड़े भरसेला परिक्षेत्र से अ ज जा शास सेवक विकास संघ कसडोल के अध्यक्ष सुरेश कुमार पैकरा उप अभियंता , साबर परिक्षेत्र से अ ज जा शास सेवक विकास संघ कसडोल के सचिव श्री मोहन पैकरा करारोपण अधिकारी , डमरू परिक्षेत्र से अ ज जा शास सेवक विकास संघ कसडोल के संरक्षक डाॅ सी एस पैकरा खंड चिकित्सा अधिकारी , तनौद परिक्षेत्र से सचिव श्री जयसिंह पैकरा शिक्षक, इंजीनियर श्री देवसिंह जी , तहसीलदार श्री राममूर्ति दीवान , सामाजिक प्रवक्ता श्री राजेन्द्र कुमार पैकरा शिक्षक , सामाजिक कार्यकर्ता श्री सुनील कुमार पैकरा अभिकर्ता , एवं चिस्दा परिक्षेत्र से प्रवक्ता जिला सचिव पद्मभूषण सिंह पैकरा स्वास्थ्य विभाग, श्भगेला पैकरा, एवं अन्य महासमुंद और गरियाबंद जिला के सगा जन आॅनलाइन जूम एप के माध्यम से उपस्थित रहे और सामाजिक परिचर्चा में भाग लिए ।
प्रदेश अध्यक्ष द्वारा सभी सम्मानीय जनों को परिचर्चा में भाग लेने और समाज के लिए समय निकाल कर स्वस्थ समाज बनाने की दिशा में आगे आने के लिए आभार व्यक्त कर धन्यवाद देकर आज की बैठक समाप्त करने की घोषणा की गई।
जय कंवर समाज ।
एक समाज - एक संविधान ,होगा अपना कंवर समाज !!